हर्ट अटैक: अब युवाओं में भी हृदय रोग का खतरा

दुनिया भर में हृदय रोग से मृत्यु एक प्रमुख कारण माना जाता है और आज युवा भी इस खतरे के चपेट में आ चुके हैं। प्रतिवर्ष अनुमानित 17.9 मिलियन लोग हार्ट अटैक के कारण मारे जाते हैं। हृदय से संबंधित रोगों के कारण लगभग 85% लोग हृदयघात या स्ट्रोक के कारण मरते हैं। जिनमें युवाओं की संख्या लगभग 12% है। आज के समय में अधिकतर युवा खराब जीवनशैली और अस्वस्थ आहार का प्रयोग करते हैं और इसका परिणाम यह होता है कि यह हमारे हृदय को काफी नुकसान पहुंचाता है। यह भविष्यवाणी करना काफी जटिल है की किसी युवा व्यक्ति को कब इसका जोखिम उठाना पड़ सकता है। परंतु अपने जीवन शैली में कुछ परिवर्तन करके हम इस जोखिम को बहुत हद तक कम कर सकते हैं।

हर्ट अटैक/दिल का दौरा क्यों पड़ता है?

हमारे हृदय का आकार काफी छोटा होता है। यदि आप अपनी मुट्ठी को बंद करते हैं और आपकी मुट्ठी जितनी बड़ी होती है बस उतना ही बड़ा हमारा दिल होता है। एक व्यस्क व्यक्ति का ह्रदय लगभग 300 ग्राम से 450 ग्राम के बीच होता है। यह हमारे पूरे शरीर में रक्त संचार का कार्य करती है और हमारे पूरे शरीर को यह अक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान करता है।

हर्ट अटैक Heart Attack Reason
Heart Attack Reason

हमारे हृदय में एक या उससे अधिक कोरोनरी धमनियां “जिसे हम कोरोनरी आर्टरीज भी कहते हैं” यदि ब्लॉक हो जाती हैं तो उस समय व्यक्ति को हर्ट अटैक/ दिल का दौरा पड़ता है। जैसे ही हमारे हृदय की धमनिया अर्थात आर्टिरीज में रुकावट आने लगती है तो यह दिन प्रतिदिन संकीर्ण होता चला जाता है, जिस कारण हृदय को शरीर के अन्य भागों में रक्त पंप करने में कठिनाई होने लगती है और व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने लगता है। कई बार धमनियों के ब्लॉक होने पर शरीर में सुन्न व लकवा के लक्षण भी दिखाई देते हैं। इसे हम अपने जीवन शैली में कुछ परिवर्तन करके बदल सकते हैं।

यह भी पढ़ें – सावधान: खाना खाने के बाद कभी ना पिए भर पेट पानी

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ खाना चाहिए

हृदय को स्वस्थ बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है आपका भोजन, यह पूरी तरीके से आपके आहार पर निर्भर करता है। आप जैसा खाते हैं वह आपके हृदय को स्वस्थ अथवा अस्वस्थ कर सकता है। अतः अपना आहार चुनने से पहले काफी सतर्क रहें। 

Heart
Heart

भोजन में आप अपने थाली को विटामिन और खनिज पदार्थों से भरपूर स्वस्थ और पौष्टिक भोजन से भर ले, अपने भोजन में वसा एवं अस्वास्थ्य कर वस्तुओं का त्याग करें। अत्याधिक तले भुने भोजन से परहेज करें और जहां तक हो सके सादा संतुलित एवं हरे पदार्थों का सेवन करें।

हमेशा सक्रिय रहने का प्रयास करें

लंबे समय तक जीना है तो आपको अपने शरीर को क्रियाशील बनाने की आवश्यकता है। सक्रिय रहने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आपको रोजाना जिम जाना होगा दौड़ना होगा या बहुत ढेर सारी एक्सरसाइज करनी होगी। आपको बस इतना ध्यान रखना है कि आज दिन के समय में बहुत ज्यादा आराम ना करें स्वयं को थोड़ा व्यस्त रखने का प्रयास करें। जहां तक हो सके पैदल या टहलने का प्रयास करें। समय मिले तो योगाभ्यास भी अवश्य करें क्योंकि योग से आप के लगभग लगभग 90% रोग दूर हो जाते हैं। आप चाहे तो हल्का फुल्का कार्डियो एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। ऐसे कुछ व्यायाम उसे आप अपने शरीर को स्वस्थ एवं फिट रखने के साथ-साथ अपने हृदय को भी पूरी तरह से स्वस्थ रख सकते हैं।

अपने रक्तचाप को नियंत्रित रखने का प्रयास करें

Heart

उच्च रक्तचाप हृदय रोगों के लिए एक बहुत बड़ा जोखिम है। लगातार उच्च रक्तचाप हमारी धमनियों की इलास्टिसिटी को समाप्त कर देता है जिससे बाद में बहुत परेशानी होती है। हमारी धमनियां कई बार फट सकती हैं और अंततः हमारे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कब होने लगता है और अंततः हमें दिल का दौरा पड़ जाता है। परंतु कई बार लोग ब्लड प्रेशर के कारण भी दिल का दौरा पड़ सकता है। अतः अपने हृदय गति को अपनी निगरानी में रखना चाहिए। डॉक्टर से हमेशा समय पर चेकअप करवाते रहना चाहिए या फिर स्वयं से आप उसकी निगरानी कर सकते हैं।

अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का प्रयास करें

शरीर में अधिक ब्लड शुगर होना भी हमारे हृदय के लिए काफी खतरा हो सकता है और यह हमारी रक्त वाहिकाओं के नसों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। अध्ययनों से यह पता चलता है कि 65 वर्ष से अधिक आयु वाले लगभग 68% लोग जो मधुमेह से पीड़ित हो उन्हें हृदयाघात का खतरा बढ़ जाता है। 

ब्लड सुगर जाँच

अतः इन सभी चीजों से बचना चाहते हैं तो सप्ताह में कम से कम 2 बार अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहना चाहिए। आजकल मार्केट में कई शुगर लेवल जांचने वाली छोटी-छोटी मशीनें भी उपलब्ध है। यह मशीनें काफी सस्ती होती हैं जिनसे इनका रखरखाव और उनका उपयोग हमारे लिए काफी सरल एवं सहज हो जाता है।

युवा व अन्य वर्ग के लोग अधिक तनाव लेने से बचें

हाल ही में हुए कुछ अध्ययनों से यह पता चलता है कि अधिकतर युवाओं को हृदयाघात का खतरा सबसे  अधिक तनाव लेने के कारण हुआ है। हमारा मस्तिष्क और हमारा शरीर अर्थात हमारा मन और हमारा तन दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। ऐसे में यदि हम अपने मन से बहुत अधिक तनाव लेने लगते हैं तो यह हमारे शरीर को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचाता है। इसका नतीजा यह निकलता है कि यदि आप अत्यधिक तनाव लेते हैं तो यह आपके हृदय को कमजोर बना देता है परिणाम स्वरूप हमें हृदयाघात संबंधित दिक्कतों से गुजरना पड़ता है।

mount-everest
Live Freely

युवाओं में बहुत अधिक तनाव मस्तिष्क के उस क्षेत्र में गतिविधि को बढ़ाता है  जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसे हृदय रोग विकसित होते हैं। इससे बचने का सबसे कारगर उपाय योगाभ्यास है। यदि आप स्ट्रोक अथवा हृदयाघात संबंधित बीमारियों से बचना चाहते हैं तो प्रतिदिन योग एवं ध्यान अवश्य करें।


खबर स्पेस से जुड़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, ऐसी ही रोचक खबरों के लिए जुड़े रहे हमसे

1 thought on “हर्ट अटैक: अब युवाओं में भी हृदय रोग का खतरा”

Leave a Comment